निराकार परमपिता परमात्मा त्रिमूर्ती शिव के दिव्य अवतरण की यादगार महाशिवरात्रि का पावन पर्व प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के मोहाली-रोपड़ क्षेत्र के सभी राजयोग केंद्रों द्वारा बहुत ही श्रद्वा, स्नेह व उमंग उत्साह से मनाया जा रहा है । इस उपलक्ष में मोहाली, रोपड़, खरड़, कुराली, नूरपूर बेदी, मोरिंडा तथा आसपास के गांवों में भी अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है जिनमें प्रभात फेरीयां, आध्यात्मिक प्रवचन, दिव्य गीत, ध्वजारोहण, शिव दर्शन प्रदर्शनीयां, सार्वजनिक कार्यक्रम व झांकीयां आदि शामिल हैं । मोहाली-रोपड़ क्षेत्र में इस अवसर पर 29 दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिनकी अध्यक्षता इस क्षेत्र के राजयोग केंद्रों की इंचार्ज ब्रह्माकुमारी प्रेमलता बहन जी करेंगी ।
इस संदर्भ में कल ब्रह्माकुमारी पाठशाला, 765 डिवाइन वर्ल्ड फेज 3, सेक्टर 115 में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसका विषय था शिवरात्रि द्वारा जीवन में सकारात्मकता और आध्यात्मिक जागरण। समारोह की अध्यक्षता मोहाली-रोपड़ क्षेत्र के राजयोग केंद्रों की सह संचालिका ब्रह्माकुमारी डा.रमा दीदी जी ने की तथा मुख्य वक्ता थी राजयोग शिक्षिका सुमन बहन जी । कार्यक्रम में मोहाली डिवाइन वर्ल्ड सोसायटी, सेक्टर 115 के प्रबंध निदेशक श्री ओम प्रकाश थिंड विशेष अतिथि थे । कुमार नव्या ने स्वागत नृत्य तथा बी.के.प्रवीण भाई ने दिव्य गीत प्रस्तुत किये।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते ब्रह्माकुमारी डा.रमा दीदी जी ने कहा कि आध्यात्मिक ज्ञान और ध्यान से हमारे जीवन में सकारात्मकता, शांति, प्रेम और खुशी आती है। मन को सशक्त बनाने के लिए उन्होंने सुबह जल्दी उठ प्रभू स्मृति, भगवान की याद में खाना बनाने, रोजाना ध्यान करने और अपने कार्यों में मूल्यों को शामिल करने की प्रेरणा दी। उन्होने हसद्व किया कि परमात्मा शिव की ज्योती के रूप में सभी धर्मों में मान्यता है । उन्होने राजयोग के लिए परमात्मा का परिचय, सम्बंध, स्नेह और प्राप्ति का महत्व बताया । उन्होंने कहा कि स्व परिवर्तन से ही विश्व परिवर्तन होगा । राजयोग ध्यान कमेंट्री के द्वारा उन्होंने सभी को गहन शांति और प्रेम का अनुभव भी कराया।
राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी सुमन बहन ने अपने विचार व्यक्त करते कहा कि आज हम विज्ञान व तकनीक के मामले में बहुत आगे बढ़ चुके हैं लेकिन नैतिक मूल्यों में पीछे छूट गए हैं जिससे हमारी शांति और खुशी भी गुम होती जा रही है। उन्होने आगे कहा कि भोैतिक प्राप्तियों की होड़ में मानव तनाव, चिंता और कभी-कभी अवसाद का शिकार भी हो जाता है। ऐसी स्थितियों में हमारे मन को सकारात्मक बनाना केवल सकारात्मक सोच, आध्यात्मिक ज्ञान और राजयोग ध्यान के माध्यम से ही संभव है।
समारोह के विशेष अतिथि श्री ओम प्रकाश थिंद ने ब्रह्माकुमारी बहनों के कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा की और कहा कि इस तरह के आध्यात्मिक कार्यक्रमों से लोगों में नई जागृति आएगी । उन्होंने आगे कहा कि यह माता-पिता का कर्तव्य है कि वे बच्चों को मूल्यों से भरपूर सही पोषण दें तथा बच्चों को मोबाइल के अत्याधिक उपयोग से दूर रखें।
इस अवसर पर एक भव्य प्रभात फेरी का भी आयोजन किया गया जिसमें 200 से भी अधिक ब्रह्मा कुमारीयों और ब्रह्माकुमारों ने भाग लिया । प्रभातफेरी डिवाईन वल्र्ड के साथ साथ जे.एल.पी.एल., संते माजरा व शिवालिक सिटी आदि से भी होकर गुजरी जहां कई स्थानों पर लोगों ने इसका जल, पुष्पों, फलों आदि से स्वागत किया । प्रभात फेरी द्वारा हजारों लोगों को ईश्वरीय संदेश दिया गया तथा जीवन को श्रेष्ठ बनाने की प्रेरणा मिली । इस अवसर पर दीप प्रज्वलन व केक कटिंग सेरेमनी भी हुई ।