गैर भाजपाई नेताओं व मुख्यमंत्री तक को ले रहे निशाने पर
दिल्ली की महारैली से साबित हुआ, जनता भाजपा को चलता करने के मूड में
चंडीगढ़: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, हरियाणा कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष, कांग्रेस कार्य समिति की सदस्य, उत्तराखंड की प्रभारी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार ने विपक्ष और इसके नेताओं के खिलाफ ईडी को हथियार बना लिया है। ईडी के निशाने पर सिर्फ गैर भाजपाई नेताओं व मुख्यमंत्रियों को लिया जा रहा है। जो ईडी के भय से भाजपा ज्वाइन कर लेता है, उसके सभी कांड माफ कर दिए जाते हैं। दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित महारैली में जुटी भीड़ से साबित हो गया है कि जनता भाजपा को देश की सत्ता से चलता करने का मूड बना चुकी है।
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि ईडी अब भाजपा के लिए इलेक्शन मेनेज्ड डिपार्टमेंट के तौर पर कार्य कर रही है। विपक्षी नेताओं के खिलाफ पहले केस दर्ज किए जाते हैं, फिर सरकारी एजेंसियों का भय दिखाकर उन्हें भाजपा में शामिल करा लिया जाता है। इसके अगले ही दिन उन्हें दर्ज केस से क्लीन चिट दिला दी जाती है। इसके बाद का कोई एक नहीं, अनेक उदाहरण हैं। बाकायदा इन नेताओं को चिल्ला-चिल्लाकर मोदी-शाह भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए भी बता चुके हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बीजेपी के पास ऐसी वाशिंग मशीन है, जिसमें कथित भ्रष्ट नेताओं को डालते ही खुद बीजेपी नेताओं में उन्हें पाक-साफ बताने की होड़ लग जाती है। जब भी चुनाव सिर पर होते है तो बीजेपी की केंद्र सरकार ईडी, सीबीआई व इनकम टैक्स को विपक्षी नेताओं की लिस्ट देकर टास्क सौंप देती है। बाकायदा उन्हें आर्थिक व राजनीतिक तौर पर कमजोर करने व सामाजिक तौर पर बदनाम करने के लिए छापेमारी की जाती है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि दिल्ली की महारैली में इंडिया गठबंधन के नेताओं ने जिस तरह से एकता का परिचय दिया है, उससे केंद्र सरकार को साफ संदेश गया है कि अब ईडी, सीबीआई व इनकम टैक्स का कितना ही दुरुपयोग कर लो, लेकिन वे डरने वाले नहीं हैं। किसी भी सूरत में हार नहीं मानेंगे और न ही किसी भय से जनता की आवाज को उठाना बंद करेंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिन राज्यों में गैर भाजपाई सरकार हैं, उन्हें गिराने का षड्यंत्र भी भाजपा बखूबी रचती है। विधायकों की जिस तरह से खरीद-फरोख्त ये करते हैं, वह सब जनता की समझ में आने लगा है। इनकी कोई भी कारगुजारी अब जनता से छिपी नहीं है। इसलिए ही दिल्ली की महारैली में लाखों की संख्या में लोग आए और झूठ, जुमलों व सरकारी एजेंसियों के दम पर काबिज भाजपा की केंद्र व प्रदेश सरकार को उखाड़ फेंकने का प्रण लेकर गए।