पंचकूला ;
आशा कार्यकर्ता यूनियन हरियाणा रजि. नंबर 2074 सम्बंधित – एआईयूटीयूसी एवं स्कीम वर्कर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की हरियाणा राज्य कमेटी का एक प्रतिनिधिमंडल ने यूनियन की राज्य महासचिव मधु देवी एव सचिव संतोष देवी के नेतृत्व में आज मिशन डायरेक्टर डॉक्टर आदित्य दहिया, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हरियाणा के कार्यालय पंचकूला पर दस्तक दी। यूनियन ने मिशन डाइरेक्टर के कार्यालय पर प्रदर्शन भी किया और प्रदेश की आशा कर्मियों की मांगों से संबंधित ज्ञापन देकर एक एक मांग पर मिशन डाइरेक्टर के साथ चर्चा वार्ता की गई। इनमें मुख्य रुप से आशा कार्यकर्ताओं को पिछले छः महीने से रोके गए मानदेय का भुगतान करने व अन्य लम्बित मांगों को लागू करवाने सम्बन्धी मुख्य मांगें उठाई गई।n
इस अवसर पर एआईयूटीयूसी के हरियाणा राज्य प्रधान कामरेड राजेन्द्र सिंह एडवोकेट व कर्मचारी नेता मास्टर सुबे सिंह भी मौजूद थे। आशा कर्मियों को संबोधित करते हुए कामरेड राजेन्द्र सिंह ने कहा कि हरियाणा की आशा कार्यकर्ता पिछले छः महीने से नियमित मानदेय व प्रोत्साहन राशि नहीं मिलने से भारी आर्थिक संकट का सामना कर रही हैं। दिसम्बर -2023 में केवल एकमुश्त राशि 20000/- रुपए जारी की गई थी जो बहुत मामूली थी। भयंकर मंहगाई के समय में नियमित मानदेय नहीं मिलने से आशा कार्यकर्ताओं को घर-गृहस्थी चलाना बड़ा मुश्किल हो रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की कि आशा कार्यकर्ताओं का रुका हुआ मानदेय व नियमित गतिविधियों का पिछला बकाया एक सप्ताह में जारी किया जाए।
गौरतलब यह है कि आशा कार्यकर्ता यूनियन हरियाणा का एक प्रतिनिधिमंडल मिशन डायरेक्टर से गत 17 नवंबर 2023 को मिला था। तब वार्ता में कुछ मांगों पर सहमति बनी थी, जिनमें इंसेंटिव को दो गुणा करने, चिरायु योजना के लिए आशा कर्मियों से 1500/ रुपए न लेने, आशा कार्यकर्ता को टैब देने, ड्रेस के 800 रुपए से बढ़ाकर 1500/ रुपए करने, कोविड काल के 12,000/- रुपए का भुगतान बकाया सभी को जारी करने, आशा कार्यकर्ताओं के लिए हर स्तर पर विश्राम रूम की व्यवस्था करने, सीएचसी, पीएचसी, नागरिक हॉस्पिटल आने जाने के किराए के लिए एकमुश्त राशि देने आदि मांगें प्रमुख थी। इन पर अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। आज की वार्ता में तत्काल कार्यवाही कर उन्हें लागू किये जाने पर बल दिया गया।
आशा कार्यकर्ता यूनियन की राज्य महासचिव मधु चौहान ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं के लिए उनके सेवा काल में पदोन्नति व अन्य कैरियर प्रोत्साहन की कोई योजना नहीं हैं। उन्होंने मांग की कि ए एन एम के 25 फीसदी पद आशा कार्यकर्ताओं को पदोन्नत करके भरें जाए तथा जिन आशा कार्यकर्ताओं को विभाग ने पूरी ट्रेनिंग देकर प्रशिक्षित कर दिया है उन सभी को *प्रशिक्षित आशा* का प्रमाण पत्र जारी किया जाए।
यूनियन की राज्य सचिव सन्तोष यादव ने कहा कि मानदेय में बढ़ोतरी की जाए और मानदेय की जगह न्यूनतम वेतन प्रतिमाह 26,000/- रुपए लागू किया जाए। जब तक न्यूनतम वेतन लागू नहीं होता तब तक ग्रामीण चौकीदारों की तर्ज पर कम से कम 11000/- रुपए प्रति माह दिये जाएं।
मिशन डारेक्टर ने बकाया मानदेय का भुगतान एक सप्ताह के अंदर कराने का भरोसा दिलाया। 17 नंवबर को हुई वार्ता पर सकारात्मक परिणाम आने बारे कहा और निकट भविष्य में यूनियन की स्वास्थ्य मंत्री से वार्ता कराने का आश्वासन दिया।
यूनियन ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को जल्दी से जल्दी अमल में नहीं लाया गया तो हरियाणा की आशा कार्यकर्ता बड़ा आन्दोलन करने को बाध्य होंगी।
आशा कार्यकर्ता यूनियन की राज्य प्रधान राजबाला ने बताया कि 16 फ़रवरी को प्रदेश की आशा कर्मी देशव्यापी हड़ताल में शामिल होकर न्यूनतम वेतन एवं आशा कर्मियों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने की मांगों को लेकर काम छोड़ हड़ताल पर रहेंगी।
प्रतिनिधिमंडल में यूनियन नेत्रियां मधु चौहान, सन्तोष, अंशु शर्मा, मन्जू, कमलेश, सीमा ने भी वार्ता में हिस्सा लिया।