हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया दशहरा पर्व
Chandigarh: अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक दशहरा का त्यौहार हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। जैसे ही रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों का दहन हुआ, प्रांगण जय श्री राम के जयकारों से गूंज उठा। इस भव्य दृश्य को देखने के लिए समूचे चण्डीगढ़ के अलग-अलग क्षेत्रों से हजारों की संख्या में बच्चे, बुजुर्ग व महिलाओं ने भाग लिया।
कमेटी कुछ न कुछ नया करने का प्रयास करती ह रावण, कुंभकर्ण व मेघनाथ के पुतलों को काफी दिन पहले से ही बनवाना शुरू कर दिया था। इस बार दशहरा पर्व भव्यता के साथ मनाया गया। श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में इसमें हिस्सा लिया।
रावण ने जिस प्रकार से माता सीता का अपहरण किया था, उसके बाद भगवान श्री राम ने हनुमान जी के साथ मिलकर न केवल रावण की सोने की लंका खाक की और इसी के चलते पूरे देश में दशहरा मनाया जाता है।