Chandigarh: आज नीतीश कुमार अब 9वीं बार बिहार के CM बन गए हैं। नीतीश ने अब बीजेपी के साथ मिलकर बिहार में नई सरकार बनाई है। बिहार के राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर ने नीतीश कुमार को सीएम पद की शपथ दिलाई। वहीं नीतीश के अलावा बीजेपी से सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने डिप्टी CM पद शपथ ली है। जबकि बीजेपी से ही नेता प्रेम कुमार ने मंत्री पद की शपथ ली है।
इसी प्रकार जेडीयू से विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार से मंत्री पद की शपथ ग्रहण की। वहीं हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली। यानि नीतीश कुमार की नई कैबिनेट में 2 डिप्टी CM समेत ये 8 मंत्री रहेंगे।
नीतीश कुमार कब-कब बने बिहार के CM?
1. नीतीश कुमार सबसे पहले साल 2000 में हुए चुनाव के बाद 10 दिन के लिए सीएम बने।
2. साल 2005 में चुनाव के बाद नीतीश कुमार दूसरी बार बिहार के सीएम बने। इस दौरान नीतीश कुमार ने 5 साल का कार्यकाल पूरा किया।
3. वहीं 2010 में चुनाव के बाद नीतीश कुमार ने तीसरी बार सीएम पद की शपथ ली और 3.5 साल के लिए बिहार के सीएम रहे। इसके बाद बिहार में राष्ट्रपति शासन लगा।
4. 2015 में नीतीश कुमार ने मांझी को हटाकर चौथी बार सीएम पद की शपथ ली और 9 महीना बिहार के सीएम रहे।
5. 2015 में हुए चुनाव बाद पाँचवीं बार नीतीश कुमार ने सीएम पद की शपथ ली और 1.5 साल तक बिहार के सीएम रहे।
6. 2017 में फिर से नीतीश 3.5 साल के लिए बिहार के सीएम रहे।
7. 2020 में हुए चुनाव के बाद नीतीश कुमार 20 महीने बिहार के सीएम रहे।
8. 2022 में बीजेपी का साथ छोड़ने के बाद नीतीश कुमार 16 महीना बिहार के सीएम रहे।
9. अब फिर से 9वीं बार नीतीश कुमार बिहार के सीएम बने हैं। बिहार में साल 2025 में अगला विधानसभा चुनाव होना है।
नीतीश कुमार ने RJD से गठबंधन क्यों तोड़ा ?
नीतीश कुमार ने RJD से गठबंधन क्यों तोड़ा। नीतीश कुमार ने कहा कि यह स्थिति इसलिए आई क्योंकि सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था और जब सब कुछ ठीक न हो तो फिर अलग होना ही पड़ेगा। क्योंकि बिहार के लिए अभी बहुत काम करना है। मैं सभी से राय ले रहा था। मैंने उन सभी की बात सुनी और आज हमने राज्यपाल को अपना इस्तीफा दे दिया और मौजूदा सरकार को समाप्त करने की सिफ़ारिश की।
नीतीश कुमार के RJD से अलग होने के ये कारण भी रहे
बताया जाता है कि, लालू यादव अपने बेटे तेजस्वी यादव को सीएम बनाने की इच्छा जाहिर कर रहे थे। तेजस्वी यादव को सीएम बनाने को लेकर नीतीश कुमार पर लगातार लालू यादव का दवाब बना हुआ था। लेकिन नीतीश इसके लिए कतई राजी नहीं थे। वहीं अब यह भी शक होने लगा था कि सियासी दिग्गज लालू उनकी पार्टी में सेंध लगा सकते हैं और तेजस्वी यादव को सीएम बनाने के लिए उनके विधायक तोड़ सकते हैं।
