संसद और विधानसभा लोगों की बात कहने के लिए है, न कि दंगा करने के लिए – अनिल विज
गृह मंत्री अनिल विज का कांग्रेस नेता हुड्डा पर पलटवार कहा, ‘‘विधानसभा में यदि किसी को बोलना ही न आए तो उसमें कुछ नहीं कर सकते”
चंडीगढ़, 20 दिसम्बर – हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने देश के उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ का मजाक उड़ाने पर टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी पर तीखी टिप्पणी की है। गृह मंत्री विज ने बुधवार एक्स पर पोस्ट किया कि “भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का ममता बनर्जी के सांसद कल्याण बनर्जी द्वारा मजाक उड़ाना निंदनीय है। कल्याण बनर्जी को संसद से बर्खास्त कर किसी चिड़ियाघर में भर्ती करवा देना चाहिए।“
वहीं, पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री विज ने कहा कि उपराष्ट्रपति का जिस प्रकार सांसद कल्याण बनर्जी ने मजाक उड़ाकर अपमान किया, वह निंदनीय है, उनकी राज्यसभा सदस्यता खत्म कर उन्हें किसी चिड़ियाघर में भर्ती करा देना चाहिए।
दरअसल, टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री की थी और इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी वीडियो बना रहे थे।
संसद में व्यवधान पैदा करने के लिए नहीं बनाई- विज
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बयान कि जब सांसदों को निलंबित ही करना था, तो फिर नई संसद क्या बनवाने पर पलटवार करते हुए गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि नई संसद आराम से अपनी बात रखने के लिए बनाई गई है। आपको संसद में अपनी बात रखने के लिए भेजा जाता है न कि वहां जाकर व्यवधान पैदा करने के लिए।
गृह मंत्री बोले “अच्छी बात है पाकिस्तान को समझ में आ रहा है”
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री के बयान कि पाकिस्तान की बदतर हालत के लिए भारत जिम्मेदार नहीं है, बल्कि हमने अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली है जिस पर गृह मंत्री अनिल विज ने कहा अगर पाकिस्तान को समझ आ रहा है तो बहुत अच्छी बात है, वरना वक्त तो बड़े-बड़े को बहुत कुछ सिखा देता है।
वहीं, प्छक्प् की बैठक में मल्लिकार्जुन खड्गे का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किया गया, मगर केजरीवाल के अलावा किसी अन्य ने समर्थन नहीं करने के सवाल पर गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि सूचना यहीं आ रही है कि खड्गे का नाम प्रस्तावित किया गया और राहुल गांधी को रिजेक्ट कर दिया गया है।
संसद व विधानसभा लोगों की बात कहने के लिए है, न कि दंगा करने के लिए – विज
कई सांसदों के निलंबन पर गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि संसद और विधानसभा बनती है लोगों की बात कहने के लिए न कि वहां जाकर दंगा करने के लिए। बातचीत के लिए सांसदों को बुलाया गया मगर, वह बातचीत के लिए भी नहीं आ रहे। इनका मकसद हर सत्र में जाकर संसद के कार्य को रोकना है।
वहीं, रणदीप सुरजेवाला के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि विरोध जताने के कई तरीके है, मगर लोकसभा में कूद जाना छोटा नहीं है, यह बड़ा मामला है और इसके पीछे बड़ी ताकत है। यह लोग देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले के प्रति हमदर्दी जता रहे हैं, इन्हें शर्म आनी चाहिए।
विधानसभा में यदि किसी को बोलना ही न आए तो उसमें कुछ नहीं कर सकते – विज
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा द्वारा विधानसभा सत्र अल्प अवधि रखने के आरोपों पर गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि जितना समय इस विधानसभा में विपक्षी सदस्यों को बोलने के लिए दिया जाता है, उतना आज से पहले किसी विधानसभा में नहीं हुआ। वह छह बार के विधायक है और उन्हें थोड़ा बोलने के लिए भी संघर्ष करना पड़ता था और मार्शल हमें उठा-उठाकर बाहर फेंकते थे। अब तो सभी विधायकों को बोलने का समय दिया जाता है और यदि किसी को बोलना ही न आए तो हम उसमें कुछ नहीं कर सकते।