Chandigarh: लोहड़ी का त्योहार मनाने के लिए, चंडीगढ़ बाल अधिकार संरक्षण आयोग (सीसीपीसीआर) ने चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूट (सीसीआई) अर्थात् लड़कों के लिए स्नेहालय, मलोया, चंडीगढ़ के बच्चों के साथ एक विशेष उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम के दौरान सीसीआई के बच्चों ने शानदार लोक प्रस्तुतियां दीं।
आयोग ने सीसीआई, आशियाना सेक्टर-15, चंडीगढ़ और जेजे होम्स, सेक्टर-25, चंडीगढ़ में बच्चों के लिए लोहड़ी की मिठाइयां/खाने की चीजें भी वितरित कीं।
सभी को लोहड़ी की शुभकामनाएं देते हुए, सीसीपीसीआर, चंडीगढ़ की अध्यक्षा सुश्री शिप्रा बंसल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि लोहड़ी का त्योहार फसल के मौसम की शुरुआत और सर्दियों की फसलों के पकने का प्रतीक है। कटाई की प्रक्रिया से बच्चे बहुत कुछ सीख सकते हैं। जिस प्रकार एक फसल को काटने के लिए दिन-प्रतिदिन ईमानदार प्रयासों की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार बच्चों को भी खुद को बेहतर बनाने के लिए दैनिक प्रयास करने चाहिए ताकि वे अपनी खूबियों को बढ़ाकर न केवल अपने विकास में बल्कि समाज के हित में भी योगदान दे सकें।
उन्होंने बच्चों को अच्छे मानवीय गुणों को अपनाने के साथ हर दिन उत्सव की भावना से जीने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी लिंग के खिलाफ सभी प्रकार के भेदभाव को पवित्र अग्नि में अर्पित किया जाना चाहिए और सभी को उनके लिंग की परवाह किए बिना मुख्यधारा में शामिल किया जाना चाहिए।
सीसीआई के रेजिडेंट मैनेजर श्री ललित अरोड़ा ने इस कार्यक्रम के आयोजन और बच्चों को घरेलू माहौल का एहसास देने के लिए सीसीपीसीआर के चेयरपर्सन को धन्यवाद दिया।
इस कार्यक्रम के दौरान सीसीपीसीआर के सदस्य, आयोग के कर्मचारी, बाल कल्याण समिति, जिला बाल संरक्षण इकाई, केंद्र शासित प्रदेश बाल संरक्षण सोसायटी और संबंधित सीसीआई उपस्थित थे।
