शिल्पियों के हुनर को मिल रहे कद्रदान, कलाकार मोह रहे सबका मन
चंडीगढ़: इस बार कलाग्राम के मेले में रोजाना आ रही रिकार्डतोड़ भीड़ से शिल्प मेले में जहां एक ओर रोजाना हाउसफुल रहता है दूसरी ओर फूड व हस्तकला के स्टॉल भी लोगों से भरे होने पर सभी कलाकारों के चेहरे खिले रह रहे हैं।
मेले में हर रोज हजारों लोग पहुंचकर कार्यक्रमों का आनंद उठा रहे हैं। यहां बड़ों के साथ-साथ बच्चों के मनोरंजन का भी भरपूर ध्यान रखा गया है। इसके अलावा विभिन्न गतिविधियों जैसे क्विज, पेंटिंग एवं फोटोग्राफी कंपीटिशन द्वारा मेले में आने वाले लोगों के छिपे हुए हुनर को भी निखारा जा रहा है।
मेले में वीरवार को मध्य प्रदेश के कलाकारों की ओर से राई लोक नृत्य की प्रस्तुति के साथ दिन का आगाज किया गया। इसके बाद दादरा एवं नगर हवेली के कलाकारों की ओर से मच्छी, हरियाणा के कलाकारों द्वारा फाग, जम्मू-कश्मीर के कलाकारों की ओर से धमाली, मिजोरम कलाकारों की ओर से चिरो, मेघालय कलाकारों की ओर से वांगला, असम कलाकारों द्वारा बीहू और तमिल नाडु कलाकारों के द्वारा करगम कावड़ी की प्रस्तुति दी गई।
इसके साथ ही शाम के सत्र में लद्दाख के कलाकारों की ओर से लोक नृत्य बाल्टी, जम्मू-कश्मीर की ओर से डोगरी, वेस्ट बंगाल के कलाकारों द्वारा राईबेंस , उत्तराखंड के कलाकारों द्वारा घसियारी, पंजाब के कलाकारों की ओर से लुड्डी, उत्तर प्रदेश की ओर से मयूर और मणिपुर की ओर से लाई हरोबा एवं थांगटा की प्रस्तुति हुई। इस दौरान भारतीय संस्कृति के विषय पर क्विज प्रतियोगिता भी आयोजित की गई।
इस दौरान राजस्थान के कलाकारों द्वारा कच्छी गोरी, बहरुपिया, कठपुतली/ पपेट शो भी हुआ। वहीं पंजाब की ओर से बाजीगर, नचर और हरियाणा के कलाकारों की ओर से नगाड़ा और बीन जोगी की प्रस्तुति हुई।