चंडीगढ़:
इंपैक्ट आर्टस, नॉर्थ जोन कल्चरल सेंटर, पटियाला, पंजाब आर्ट काउंसिल और डिड ने दीदार के सहयोग से आज थिएटर फेस्टिवल 11वें शगूफे 2024 का पंजाब कला भवन सेक्टर 16 चंडीगढ़ में आगाज़ हुआ।
आज नाटक “जब रोशनी होती है” का शानदार मंचन हुआ| यह नाटक जॉन पॉल सातरे के नाटक THE FLIES पर आधारित है |जिसका हिंदी में रुपान्तरण श्री परमानंद शास्त्री ने किया और पंजाबी में इसका रूपांतर श्री गुरशरण सिंह जी ने किया |
इस नाटक को निर्देशित किया जाने माने फ़िल्मी अदाकारा बनिदरजीत सिंह बनी ने| यह नाटक इंपैक्ट आर्ट्स की तरफ़ से पाँचवी बार खेला गया
इस नाटक को कई भाषाओं में खेला जा चुका है | अंधेरे से भरी हुई भूमि में हर व्यक्ति काले कपड़े पहनता है और अचानक एक नौजवान (आत्म ज्ञान का प्रतीक ) का आगमन होता है | नौजवान सवाल करता है कि कैसी भूमि है जहाँ सूरज नहीं चमकता और हर कोई प्रकाश महसूस करने से डरता है |उसे ज़मीन पर रहने वाला नंगा आदमी उसे बताता है के आलिया और बादशाह की एक साज़िश है जो विभिन्न तरीक़ों से नागरिकों को दबाते हैं |
अंत में एक विद्रोह होता है जब बादशाह औलिया को नौजवान के बारे में पता चलता है कि वो नागरिकों में विश्वास जगाने की कोशिश करता है ताकि वह उसके माध्यम से औलिया और बादशाहो द्वारा निर्मित मिथकों के जाल को तोड़ सके । और अंत में नौजवान और नंगा आदमी संदेश देते हैं के ये जगह ज़िंदगी के लिए है उसकी जीत के लिए है और उसकी जय जयकार के लिए है।
इस नाटक मे मुख्य भूमिका दिन कलाकारों ने निभाई उनके नाम है नंगे आदमी के किरदार में सौरभ ,सच्चे आदमी के किरदार में सुमित स्वामी ,नौजवान के किरदार में रजत सचदेवा सिपाही के किरदार में अमृतपाल सिंह, कृष्णा और दानिश , बादशाह के किरदार में सामनित , आलिया के किरदार में शरण , बुजुर्ग के किरदार मे जतन सचदेवा , लड़की के किरदार में नेहा धीमान , प्रजा के किरदार में नवीन अरोड़ा , परनीत कौर एक कम ,चरणजीत सिंह इन कलाकारों का मेकअप किया हरविंदर सिंह ने रौशनी पर थे अंकुश राणा ।
नाटक का सैट डिज़ाइन किया जश्न दीप सिंह ने ।कॉस्ट्यूम की रुपिंदर कौर और कमलदीप कौर ने ।मंच के पीछे जो आर्टिस्ट है उनके नाम है डा गगनदीप सिंह , शिवम शर्मा , गुरविंदर सिंह की और इस पूरे उत्सव को आयोजित करने में सहयोग दिया इक़बाल सिंह ,रणजीत सिंह ,चंदन कुमार संदीप बिंद्रा ,डॉक्टर बॉबी चीमा और हरविंदर सिंह ।